SELF-IMPROVEMENT STORIES FUNDAMENTALS EXPLAINED

self-improvement stories Fundamentals Explained

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मिल मालिक की सारी अनुनय-विनय बेकार गई। देश के प्रधानमंत्री ने कम मूल्य की साड़ियाँ ही दाम देकर अपने परिवार के लिए खरीदीं। ऐसे महान थे शास्त्रीजी, लालच जिन्हें छू तक नहीं सका था।

अगर आप सही जगह पर नहीं हैं, तो आपकी ताकत, कौशल और ज्ञान बेकार हैं।

सम्राट ने किसान और उसके पड़ोसी को बुलाया और पूछा कि आदमी किसान को कुएं से पानी क्यों नहीं लेने दे रहा है। चालाक आदमी ने फिर से वही बात कही, “मैंने पानी नहीं, बल्कि कुआँ बेचा। इसलिए वह मेरा पानी नहीं ले सकता।

विजय और राजू दोस्त थे। एक छुट्टी पर वे प्रकृति की सुंदरता का आनंद लेते हुए एक जंगल में चले गए। अचानक उन्होंने देखा कि एक भालू उनके पास आ रहा है। वे भयभीत हो गए।

“After i bought laid off at fifty three from the senior administration position using a having difficulties cafe chain, I realized it absolutely was destined to be hard to find Yet another job in the corporate globe. I also understood it absolutely was now or under no circumstances to pursue my lifelong aspiration of possessing my own cafe. What was most complicated was that, in an effort to make this come about, I used to be planning check here to have to find an present café which was underperforming and whose owner was extremely motivated to have out of his lease. I received extremely Fortunate and found just what I desired eight blocks from your home.

थोड़ी दूर आगे चलने पर व्यक्ति को एक वृद्ध मिला जिसकी गाड़ी पूरी तरह कीचड़ में फस चुकी थी और उसका निकलना मुश्किल सा हो गया था, व्यक्ति की हिष्ट-पुष्ट शरीर को देखकर उस बुजुर्ग ने उसे आवाज लगाया, बेटा क्या तुम मेरे गाड़ी को कीचड़ से निकालने में मेरी मदद करोगे।

५० स्वर्ण मुद्राओं की बात सुनकर मूर्तिकार ख़ुश हो गया और महामंत्री के जाने के उपरांत प्रतिमा का निर्माण कार्य प्रारंभ करने के उद्देश्य से अपने औज़ार निकाल लिए.

और यह भी बताएं की दीपक के नीचे अंधेरा क्यों होता है ?

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भारत के द्वितीय प्रधानमंत्री के रूप में लालबहादुर शास्त्री सादगी व महानता की प्रतिमूर्ति थे।हम सभी को उनके व्यक्तित्व से प्रेरणा लेनी चाहिए।

पंचतंत्र की कहानी: बंदर और लाल बेर – bandar aur lal ber ki kahani

“My Mother opened a diner Once i was A child, so, in essence, I grew up inside the enterprise. As an Grownup, I ended up likely Yet another direction—something safer and a lot more steady. But something retained nagging at me simply because I had been out of the business for thus long. I quit my Secure job and took a career busing tables, for a server and hostess so I could learn the way a restaurant small business operates.

छह बार की विश्व चैंपियन और ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज।

राई के दाने – भगवान बुद्ध की प्रेरणादायक कहानी

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